कांग्रेस में अक्सर ऐसे फरमान सामने आते रहते हैं जो लोगों को चौंका देते हैं… वहीं अब एक बार फिर से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने एक पत्र जारी करके अपने सभी नेताओं खासतौर पर प्रवक्ताओं को बिना अध्यक्ष की इजाजत के कोई भी प्रेस वार्ता न करने की सलाह दी है… करन माहरा द्वारा जो पत्र लिखा गया है उसमे उन्होंने कहा है की
“प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रायः यह देखने में आया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सूचित किये बिना पत्रकार वार्ता का आयोजन किया जा रहा हैं जो कि उचित प्रतीत नही होता है।
अतः आप सबसे अपेक्षा की जाती है कि भविष्य में पत्रकार वार्ता एवं संवेदनशील मुद्दों पर वाईट देने से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुमति प्राप्त करें।”
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का जैसे ही यह पत्र सामने आया तो कांग्रेस के अंदर भी हलचल मच गई है…और इसको लेकर कांग्रेस की मुख्य प्रदेश प्रवक्ता गरिमा कहना है कि पहले भी जो भी प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं उनको इस बात की जानकारी देनी होती थी कि हम किस विषय में प्रेस वार्ता करना चाहते हैं यह कोई नई बात नहीं है… साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जो बात कही गई है उसका पालन पूरी तरह से किया जाएगा…
गरिमा दसोनी, मुख्य प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस
वहीं जैसे ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का यह पत्र सामने आया उसके बाद कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है… कई कांग्रेस के नेता इस शर्त पर को हमारा नाम मीडिया के सामने नही आयेगा बता रहे हैं की संगठन में ऐसे कई नेता है जो हमेशा प्रेस कॉन्फ्रेंस करते रहते हैं और इसके लिए किसी से इजाजत नही लेते हैं। उन्होंने अपना एकाधिकार समझ लिया है।
दूसरी तरफ एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता का कहना है की कभी कभी बड़े मुद्दे सामने आ जाते हैं.. और उस समय अध्यक्ष बाहर होते हैं या उनका फोन नोट रिचेबल रहता है… ऐसे में हमें मीडिया के सामने अपनी बात तो रखनी ही है.. हम नही रखेंगे तो कैसे चलेगा.. विपक्ष तो पीछे रह जायेगी… लेकिन अब अध्यक्ष ने कह दिया है तो पालन करना पड़ेगा…