पिछले लंबे समय से भारत और पाकिस्तान के संबंध लगातार खराब होते जा रहे हैं, और यह संबंध सिर्फ राजनीतिक स्तर पर खराब नहीं हो रहे हैं अनेक स्थान है जहां पर भारत पाकिस्तान से दूरी बनाना ही सही समझता है। और उसी में से एक है भारत पाकिस्तान का क्रिकेट मैच, पिछले एक दशक से दोनों ही देशों के बीच में कोई भी द्विपक्षीय क्रिकेट मैच सीरीज नहीं हुई है, क्योंकि भारत साफ तौर पर पाकिस्तान से कहता है कि आतंकवाद को पहले खत्म करो तभी मैच होगा, वही पाकिस्तान लगातार भारत से आग्रह करता आ रहा है, कि आप एक सीरीज करा दीजिए क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की स्थिति बहुत खराब है और अगर भारत के साथ एक भी मैच होता है तो उसको अरबों रुपए का फायदा होगा।
वहीं भारत और पाकिस्तान फिर भी एक दूसरे से क्रिकेट के मैदान में भीड़ ही जाते हैं, और वह दौर होता है आईसीसी ट्रॉफी का आईसीसी के टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के सामने आते हैं और अब t20 वर्ल्ड कप हो रहा है इस t20 वर्ल्ड कप में 24 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान अपना अपना पहला मैच खेलेंगे, और इस दौरान एक दूसरे के सामने होंगे भारत और पाकिस्तान।
जहां भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के सामने होंगे तो अब विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं, इसमें भाजपा के कई नेताओं ने तो विरोध किया है उसके साथ ही ओवैसी भी इसका विरोध करने लगे हैं और इसी बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के महामंत्री हरीश रावत ने भारत और पाकिस्तान मैच का विरोध किया है उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट में लिखते हुए कहा।
चाहे #BCCI कहे, चाहे #सरकार पाकिस्तान से संबंध सुधारने की बात कहे। एक तरफ हमारे #गांवों में हमारे #वीरसैनिकों के शव आ रहे हैं और दूसरी तरफ हम मनोरंजन के लिए पाकिस्तान के साथ T20 मैच खेल रहे हैं। एक स्पष्ट विरोधाभास है, एक तरफ हमारे बेटे और भाइयों के शव आ रहे हैं, पाकिस्तान की गोलियों व पाकिस्तान के प्रशिक्षित आतंकवादियों के हाथों #शहीद होकर और दूसरी तरफ हमारे ही बेटे-हमारे भाई, पाकिस्तान के साथ #T20मैच खेलें। खेल भावना, यह कैसी खेल भावना है! सरकार को चाहिए कि वो जब तक #पाकिस्तान आतंकवाद को प्रश्रय देना बंद नहीं करता है, तब तक किसी तरीके के भी संबंध, खेल के संबंध, सांस्कृतिक संबंध, पाकिस्तान के साथ नहीं रखे जा सकते हैं।