विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एक बार फिर से निराशा हाथ लगी और भाजपा ने बहुमत हासिल कर लिया वहीं कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में एक प्रेसवार्ता को संबोधित किया, प्रेस वार्ता में उन्होंने आम अपना दुख जाहिर करते हुए कहा की कांग्रेस पार्टी ने पांच साल में जनता की आवाज को बुलंद के साथ उठाया. इसके बावजूद भी चुनाव के नतीजे हमारे पक्ष में नही रहे. शायद हम भाजपा सरकार की हकीकत को आम जनता को नही समझा पाए. हमारे वरिष्ट नेता हरीश रावत ने हार की जिम्मेदारी ली और मै भी खुद को उनके साथ जोड़ता हूं. उन्होंने कहा की इस चुनाव में प्रदेश की जनता के सामने एक बड़ा मौका था बावजूद इसके यह मौका आम जनता के हाथ से चला गया है.
हमने कई संकल्प किये थे और उन्हें पूरा करने के लिए हम तैयार भी थे.
प्रेस वार्ता के वक्त जब गणेश गोदियाल से उनकी हार के बारे में पूछा गया तो वो भाऊक हो गए, उन्होंने कहा की जब मै 200 वोट से पीछे हो गया तो मैंने काउंटिंग स्थल को ही छोड़ दिया, राठ क्षेत्र के लिए मैंने बहुत कुछ किया, अपने धन से वहां पर एक कॉलेज बनवाया सब कुछ किया लेकिन जनता ने मुझे प्यार नही दिया.उन्होंने भाऊक होकर कहा की गणेश गोदियाल ने मुंबई में केले की ठेली लगाकर 10वीं पास की फिर धीरे धीरे जो धन इकट्ठा किया उससे राठ जैसे क्षेत्र में 25 साल पहले एक डिग्री कॉलेज बनवाया. इसके बावजूद जब वहां से मुझे वोट नही मिला तो मैंने री काउंटिंग को भी सही नही समझा. मैं बड़ा दिल रखता हूं एक बार नही हजार बार जन्म लेंगे लेकिन अपने उसूलों के लिए लड़ता रहूंगा.
इसके बाद हरीश रावत को लेकर उन्होंने कहा की हरीश रावत को लालकुआं लड़ाने की हम सबकी इच्छा थी. लेकिन सही रिजल्ट नही आया, और यदि सभी यह सोचते हैं कि मैंने उन्हें लालकुआं भेजने की कोशिश की तो मै इसके लिए जिम्मेदार हूं