कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता चली गई है 2019 में चुनावी रैली के दौरान राहुल गांधी ने एक भाषण के में कहा था कि सारे मोदी चोर है। जिसके बाद सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को दोषी मानते हुए उन को 2 साल की सजा दी है। उनको जैसे ही 2 साल की सजा हुई उसके बाद लोकप्रतिनिधित्व कानून के तहत राहुल को अपनी संसद सदस्यता गंवानी पड़ गई है। राहुल गांधी 8 साल तक चुनाव भी नहीं लड़ सकते हैं।
राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस तब काफी आक्रमक नजर आ रही है। वही विपक्षी भी राहुल गांधी के साथ खड़ा नजर आ रहा है अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर भाजपा के ऊपर हमला किया है।
दूसरी तरफ राहुल गांधी की सदस्यता जैसे ही गई उसके बाद सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है यह वीडियो 2013 का है जब राहुल गांधी ने एक बिल संसद के बाहर फाड़ दिया था।
मामला उस वक्त का है जब तत्कालीन मनमोहन सरकार सदन में एक बिल लेकर आई थी और राहुल ने उसे फाड़ दिया था। यही नहीं उस दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी वहीं मौजूद थे खुद मनमोहन सिंह के साथ रहने वाले उनके सलाहकार ने बाद में बताया कि मनमोहन सिंह इस बात से काफी दुखी भी थे। उस बिल में यह था कि अगर किसी सांसद के ऊपर कोई आरोप तय होता है तो उसकी सदस्यता तुरंत नहीं जाएगी सदस्यता 3 महीने बाद ही जा पाएगी।
अगर राहुल गांधी उस दौरान उस प्रस्तावित अध्यादेश को नहीं फाड़ते तो वह कानून बन जाता और आज राहुल गांधी की सदस्यता जाने से बच जाती।
राहुल गांधी के पास हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का ऑप्शन है, जहां पर जाकर वो अपील कर सकते हैं