बीएड टीईटी प्रशिक्षित महासंघ पिछले लंबे समय से अपनी एक मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं और मांग है नियुक्ति, भले ही शिक्षा मंत्री द्वारा उन्हें पूरा आश्वासन मिल गया हो की उन्हें जल्द नियुक्ति दी जाएगी बावजूद इसके अभी तक प्रशिक्षित महासंघ से जुड़े शिक्षक धरने पर बैठे हैं. महासंघ से जुड़े पदाधिकारियों के अनुसार उत्तराखंड राज्य में सहायक अध्यापक प्राथमिक के पदों पर शिक्षक भर्ती के लिए जनपद वार विज्ञापन जारी किए गए हैं लेकिन जितने पदों पर आवेदन निकाले गए हैं वह काफी नहीं है, अभी तक राज्य में प्राथमिक विद्यालयों में सेवा निर्मित और वर्तमान तक पदोन्नति से रिक्त हुए कुल 4000 पद हैं ऐसे में शुभ भर्तियां निकाली गई है वह बहुत कम है।
बीएड टीईटी प्रशिक्षित महासंघ द्वारा लिखा गया पत्र
महोदय
उपरोक्त विषयक निवेदन करना है कि उत्तराखण्ड राज्य में सहायक अध्यापक (प्राथमिक) के पदों पर गतिमान शिक्षक भर्ती (शासनादेश संख्या 1227/XXIV-A-1/2020 दिनांक 09 नवम्बर 2020) के अनुपालन में मार्च 2020 तक रिक्त पदों के सापेक्ष जनपदवार विज्ञापन जारी किये गए हैं। महोदय को संज्ञान प्रस्तुत करना है कि वर्तमान में राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में सेवानिवृत्त और वर्तमान तक पदोन्नति से रिक्त हुए समस्त पदों को सम्मिलित करते हुए कुल 4000 पद रिक्त हो गए हैं। साथ ही महोदय के संज्ञान में लाना है कि माननीय उच्च न्यायालय में लंबित वादों और Covid-19 वैश्विक महामारी के कारण उत्तराखंड राज्य में अधिकांश बीएड टीईटी-प्रथम उत्तीर्ण प्रशिक्षित बेरोजगार आयु सीमा 42 वर्ष की बाध्यता को पार करने की कगार पर खड़े हैं।
अतः महोदय से विनम्र निवेदन करते है कि Covid-19 वैश्विक महामारी जैसी विकट परिस्थिति, 42 वर्ष आयु सीमा पार कर रहे बीएड प्रशिक्षितों की आवेदन स्थिति और प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी का संज्ञान लेते हुए वर्तमान में गतिमान प्राथमिक शिक्षक भर्ती ( शासनादेश संख्या 1227/XXIV-A-1/2020 दिनांक 09 नवम्बर 2020) में 31 मार्च 2021 तक राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में सेवानिवृत्त और वर्तमान तक पदोन्नति से रिक्त हुए समस्त पदों को सम्मिलित करते हुए कुल 4000 पदो पर चयन प्रक्रिया को शीघ्र सम्पन्न करवाने की महति कृपा कीजियेगा। इस पुनीत कार्य के लिए हम सब 35000 बीएड टीईटी-प्रथम उत्तीर्ण प्रशिक्षित बेरोजगार आपके आजीवन ऋणी रहेंगे।
इस दौरान धरने पर बड़ी संख्या में महासंघ से जुड़े शिक्षक मौजूद रहते हैं. साथ ही महासंघ के सभी पदाधिकारी भी मौजूद रहते हैं.