पंजाब में हुई बगावत अब लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही है और पंजाब के 4 कैबिनेट मंत्री तीन विधायक देहरादून इसी बगावत के तहत पहुंच गए जहां पर पंजाब प्रदेश प्रभारी हरीश रावत के साथ लगभग 3 घंटे तक उनकी बैठक चली और बैठक में एक साथ कई मुद्दों पर बात हुई, हरीश रावत ने बताया कि चार मंत्री और तीन विधायक जो देहरादून पहुंचे उन्होंने अपनी चिंताएं सामने रखी।
हरीश रावत ने बताया कि जो मंत्री और विधायक देहरादून पहुंचे उन्होंने कहा है कि उन्हें पार्टी पर पूरा भरोसा है और पार्टी जो भी निर्णय लेगी वह उन्हें स्वीकार्य होगा, हरीश रावत ने बताया कि जिस तरह से उन्होंने अपनी बात रखी इससे साफ होता है कि पार्टी का जो ढांचा है वह उसी तरह से काम करना चाहते हैं।
हरीश रावत ने मामले को संभालते हुए कहा कि जो भी मंत्री और विधायक यहां पहुंचे वो सभी दिल से कांग्रेसी हैं l, और वह जानते हैं कि उनकी किस बात से पार्टी को फायदा और किस बात से पार्टी को नुकसान होता है।
उन्होंने बताया कि वह एक-दो दिन में दिल्ली भी जाएंगे उन्होंने कहा कि जिस तरह की परिस्थिति है ऐसे में पार्टी के सीनियर लीडर के सामने पूरी स्थिति को रखना जरूरी है।
हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस की सरकार को कोई भी खतरा नहीं है और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ही रहेंगे।
नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों के बयान को लेकर हरीश रावत ने कहा कि किसी भी सलाहकार के बयान से कांग्रेस का कुछ भी लेना देना नहीं है।
वहीं पंजाब के नाराज कैबिनेट मंत्री चरणजीत ने बताया कि हमने अपनी बात हरीश रावत के सामने रखी और उन्होंने हमारी पूरी बात सुनी, चरणजीत ने कहा कि पंजाब के वह मसले जो हल नहीं हो पा रहे हैं हम आज उनको लेकर हरीश रावत के पास पहुंचे ने कहा कि हरीश रावत ने हमारी पूरी बात सुनी और हाईकमान तक हमारी बात रखने की बात कही है।