उत्तराखंड में भूमि जिहाद और मजार जिहाद के खिलाफ धामी सरकार सक्रियता से अभियान चला रही है। इसके बावजूद ऐसी घटनाएं निरंतर सामने आ रही हैं। देहरादून के प्रसिद्ध दून स्कूल परिसर में भी कुछ लोगों ने मजार का निर्माण कर लिया। हिंदू संगठनों के विरोध के बाद प्रशासन ने मामला बढ़ने से पहले ही मजार को गिरा दिया। राजधानी दून स्कूल के प्रांगण में अप्रत्याशित रूप से मजार बनने से कई लोग हैरान हैं। इतने प्रतिष्ठित संस्थान में मजार बनाने के पीछे की मंशा स्पष्ट नहीं हो पाई है। सूचना मिलने पर डीएम सविन बंसल ने त्वरित जांच के बाद मजार को ध्वस्त करा दिया।
इसके साथ ही कई मुस्लिम संगठन अब यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि वो जमीन वक्फ बोर्ड की है। जबकि दून स्कूल पिछले कई दशकों से देश दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन करता आ रहा है।
वहीं उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स से इसको लेकर सवाल किया तो उन्होंने ज्यादा कुछ न बोलते हुए कहा कि इसका परीक्षण कर रहे हैं। क्या सही है क्या गलत है, यह जांच के बाद सामने आएगा।
शादाब शम्स,उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष