उत्तराखंड की साहसिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने वाली कम्युनिटी एडवेंथ्रिल ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराया,तिरंगे के साथ साथ उन्होंने उत्तराखंड की शान तथा पहचान “पहाड़ी टोपी” जिसपर उत्तराखंड का राष्ट्रीय फूल ब्रह्मकमल भी रहता है उसको पहली बार अफ्रीका के सबसे ऊँचे पहाड़ किलिमंजरो तक पहुंचाकर हमारी उत्तराखंडी संस्कृति का सन्देश विश्वभर में पहुंचाने का कार्य भी बखूबी निभाया। इस अभियान का नेतृत्व एडवेंथ्रिल के संस्थापक विजय प्रताप सिंह ने किया उन्होंने इसी अभियान में किलिमंजारो के बेस कैंप कीबो हट जो कि (४७२० मीटर पर स्तिथ है) तक साइकिल चलाकर आगामी साइकिल रेस फुटहिल्स एम् टी बी के लिए भी लोगो को जागरूक किया। किलिमंजारो विश्व में मौजूद सात महाद्वीपों की सात ऊँची समिट में से एक है। इस अभियान के माध्यम से एडवेंथ्रिल के संस्थापक आटिज्म के प्रति जागरूकता एवं सहयोग प्रदान कर रहे है। इसी क्रम में विजय प्रताप सिंह वर्ष २०२४ में विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवेरेस्ट (सागरमाथा) का भी आरोहण करने वाले हैं। इतना ही नहीं उन्होंने नॉर्थर्न सर्किट रूट पर किलिमंजारो के बेस तक स्थित कीबो हट तक साइकिल चला के पर्यावरण के प्रति सचेत रहने का भी सन्देश दिया.
विजय ने इससे पहले देहरादून से लेकर कन्याकुमारी तक की साइकिल यात्रा समेत कई सामाजिक मुद्दों को लेकर पर्वतारोहण के अभियान कर चुके हैं .वर्तमान में विजय एक एडवेंचर कंपनी “एडवेंथ्रिल” के माध्यम से युवाओं को एडवेंचर के क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने के साथ साथ स्वयं नित नए आयाम हासिल कर युवाओं को इस क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्शाहित कर रहे हैं .अफ्रीका की सबसे ऊँची चोटी किलिमंजारो पर किये गए इस अभियान के बारे में विजय ने बताया की किलिमंजारो एक वोलेनिक पहाड़ है जिसपर ३५०० मीटर से ऊपर बर्फ मौजूद रहती है। समिट के समय वहां का तापमान माइनस १० के लगभग रहता है। कुछ महत्वपूर्ण बातें जो वहां के अनुभवों को खास बनाते है वो यह हैं। – किलिमंजारो नेशनल पार्क में प्लास्टिक पूरी तरह बैन है। – वहां हर कैंप में कूड़े की जांच की जाती है अगर किसी टीम के कूड़े के वजन में कमी पायी जाती है तो उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाता है। इसीलिए वहां बहुत ही साफ़ सफाई है। – पूरे नेशनल पार्क में सुरक्षा व्यस्था बहुत ही अच्छी है। – पोर्टर्स के लिए मानवाधिकारों का अच्छे से पालन करवाया गया है।