सोशल मीडिया में आर्मी के नाम पर ठग करना सबसे आसान बनता जा रहा है, स्थिति यह है कि आज ठग के महारथी भारत की सबसे विश्वसनीय संस्था को अपना निशाना बना रहे हैं, और सबसे बड़ी बात यह है कि करोड़ों लोगों के विश्वास पर खड़ी होने वाली आर्मी इन ठगों की जाल में भले ही ना फंस रही हो, लेकिन आम लोग आर्मी के नाम पर इन ठगों के जाल में फंसते जा रहे हैं। फिर चाहे olx हो या फिर Facebook यहां पर सामान बेचने और खरीदने के नाम पर ठगी करना अब आम हो चुका है सबसे बड़ी बात यह है कि यह ठग आर्मी को भी नहीं छोड़ रहे हैं।
आपने भी खूब सोशल मीडिया में कुछ सामान खरीदने की कोशिश की होगी, उस वक्त आपको भी देखने को मिला होगा कि “मैं आर्मी का सिपाही हूं, और मेरा ट्रांसफर किसी अन्य जगह हो गया है इस वजह से मैं अब अपने सामान को औने-पौने दाम में बेचने पर मजबूर हो गया हूं. कृपया करके आप मुझसे यह सामान खरीद लें” फिर जब आप उनसे बात करते हैं तो वह कहते हैं कि सामान हम आपके घर भेज देंगे आप 1 हजार या 2 हजार मुझे गूगल पर या फिर मेरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दो। आप भी सोचते हैं कि 1 हजार या फिर थोड़ी सी रकम से क्या जाता है, अगर सामान अच्छा मिल गया तो सही रहेगा.. और फिर आप भी आराम से उनके झांसे में आ जाते हैं, एक हजार रुपये आप ट्रांसफर कर देते हैं. लेकिन आप यह नहीं सोचते कि 1-1 हजार करके अगर 100 लोग भी उन्हें भेजते हैं तो फिर वह कैसे 1 लाख रुपये कमा लेते हैं, और यही धंधा सोशल मीडिया पर इन दिनों खूब चल रहा है. क्योंकि आप इन पर विश्वास करते हैं, यह आर्मी का नाम लेकर आपसे बात कर रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि यह लोग बकायदा आर्मी की ड्रेस में अपनी फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर कर देते हैं। ऐसे मामले आए दिन सोशल मीडिया पर सामने भी आते रहते हैं.
कुछ दिन पहले ही पुलिस को सूचना मिली की एक ठग आर्मी का फ़र्ज़ी लेफ्टिनेंट बता कर,फ़र्ज़ी स्टार लगी यूनिफार्म पहनना और आई कार्ड आदि बना कर देहरादून और आसपास के संवेदनशील इलाको में घूम रहा है, सूचना मिलते ही पुलिस ने जाल बिझाया और फिर सचिन अवस्थी को स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड ने किया गिरफ्तार कर लिया।गोपनीय स्थान पर पूछताश में अभियुक्त के द्वारा आर्मी का लेफ्टिनेंट बनकर काफी लोगो को नौकरी का लेटर देने की बात सामने आ रही है जिसकी एवज़ में पैसा लेना पता चला है।
अभियुक्त सचिन अवस्थी के घर से सर्च में लैपटॉप में ऐसे दस्तावेज़ जो फ़र्ज़ी नौकरी देने से संबंधित प्राप्त हुए है,साथ ही आर्मी की यूनिफार्म,आई कार्ड आर्मी का, आदि उपकरण भी बरामद हुए है
ऐसे ही कई मामले आय दिन से आते रहते हैं, बस जरूरत है सावधान रहने की, और सबसे ज्यादा जरूरत है अगर आपको पता चलता है की कोई व्यक्ति में को बदनाम कर रहा है तो उसकी सिखायत पुलिस तक करने की।।
सतर्क रहें सावधान रहें।