भारत आज बहुत तेजी से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि को मजबूत कर रहा है, स्थिति यह है की आज दुनियांभर में भारत की सॉफ्ट पावर बढ़ चुकी है. लेकिन जब हम देश के अंदर देखते हैं तो कई ऐसे मामले सामने आते हैं जो की देश को आगे बढ़ाने में परेशानी का सबब पैदा कर सकते हैं. और उन्हीं में एस एक है छूवा छूत, जहां देश के कई पिछड़े इलाकों में छुआछूत है कि खत्म होने का नाम ही नही ले रही है. और जब यह छूआछूत शिक्षा के क्षेत्र में दिखाई दे तो और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है.
और उत्तराखंड के चंपावत से एक ऐसा ही छूआछूत का मामला सामने आया है, जहां पर अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथों बने खाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। यहां कुछ छात्रों ने अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथों से बने खाने को खाने से साफ मना कर दिया है। स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षकों के समझाने के बावजूद भी छात्र नहीं मान रहे हैं, जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने भी स्कूल से नाम काटने की धमकी देते हुए कुछ छात्रों को टीसी धमा दी है।