प्रदेश में चार धाम यात्रा जोर-शोर से चल रही है। हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर रहे हैं। वहीं श्रद्धालु जब अन्य प्रदेशों से उत्तराखंड में आते हैं तो उनके सामने कई सारे चैलेंज खड़े हो जाते हैं, और उनमें से एक चैलेंज होता है अच्छा भोजन मिलना। इसके लिए श्रद्धालु अच्छे होटलों के साथ सड़क किनारे बने ढाबों में जाकर भी खाना खाते हैं l लेकिन इस बार मोबाइल खाद्य विश्लेषण साला में 255 खाद्य पदार्थों के नमूने की टेस्टिंग की गई और जो नतीजा सामने आया वह चौंकाने वाला है। चार धाम के पड़ाव के रेस्टोरेंट और ढाबों से लिए गए 255 खाद्य पदार्थों के नमूनों में से 72 नमूने फेल हो गए हैं। यह नमूने ऋषिकेश से श्रीनगर तक लिए गए थे।
उत्तराखंड के एक प्रतिष्ठित अखबार में छपी खबर के अनुसार चार धाम यात्रा के पड़ाव के रेस्टोरेंट और ढाबों में श्रद्धालुओं को परोसे जा रहे खाने में मिलावट पाई गई है मोबाइल पर खाद्य विश्लेषण साला में ऋषिकेश से श्रीनगर तक 4 दिनों में रेस्टोरेंट्स ढाबों में 255 खाने के नमूने लिए गए और चौंकाने वाला यह रहा कि 72 नमूने फेल पाए गए।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मिठाई के 56 नमूनों में से 24 नमूने फेल, तेल के 12 नमूनों में से 4 दूध और दूध से बने उत्पादों के 35 नमूने में आठ फेल, शीतल पेय, आटा, चीनी, चायपत्ती के 61 नमूने लिए गए जिनमें से चार फेल। मसालों के 62 नमूने लिए गए जिसमें से 23 फेल। दाल के 26 नमूने लिए गए जिसमें से 9 फेल।
चार धाम यात्रा के दौरान खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग राज्य में पहली बार चार धाम यात्रा के दौरान हरिद्वार, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, टिहरी, देहरादून उत्तरकाशी, चमोली के रास्तों में पढ़ने वाले होटल और ढाबों में खाद्य पदार्थो की जांच करवा रहा है।
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