देशभर में अगर भिक्षावृत्ति की बात करें तो यह एक बड़ी परेशानी बनकर हमेशा सामने आता रह ही, कई सर्वे तो यह भी कहते हैं कि भिक्षावृति आज भारत में करोड़ों का गैर कानूनी धंधा भी बनताजा रहा है… इसी बीच उत्तराखंड में बड़ी संख्या में भिक्षावृत्ति होती रहती है, और इस रोकने के लिए भी समय समय पर शासन स्तर पर प्रयास भी किए जाते हैं.. लेकिन जब जमीनी हकीकत की बात करें तो स्थिति आज भी वहीं को वहीं है..
दूसरी तरफ एक बार फिर से देहरादून जिले में बाल भिक्षावृत्ति रोकने की मुहिम के लिए सवा करोड़ रुपए का फंड जारी कर दिया गया है…इसमें पांच गाड़िया खरीदी जायेगी, जो शहर में गश्त करेगी। यह गाड़िया भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों को पुनर्वास के लिए ले जाया जाएगा। वहीं साधु राम इंटर कॉलेज में नया पुनर्वास केंद्र बनेगा,इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।बता दे की पिछले दिनों डीएम ने निर्देश दिए थे की जिले में एक भी बच्चा भिक्षावृत्ति करते नही दिखना चाहिए।साथ ही जिला प्रोबेशन अधिकारी को अभियान का नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए वाहनों से 24 घंटे गश्त करने के निर्देश दिए थे।इस मुहिम में वाहनों की कमी बड़ा अवरोध बन रही थी,इसलिए पांच वाहनों को खरीद की डीएम ने अनुमति दी है।
सविन बंसल (जिलाधिकारी)