हरिद्वार क्षेत्र में आई भीषण बाढ़ के बाद आज भी स्थिति यह है कि वहां पर कई स्थानों में पानी भरा हुआ है वहीं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार हरिद्वार के ऐसे ही क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, जहां पर पानी भरा हुआ है। हरीश रावत उन लोगों से भी मिल रहे हैं जो बहुत परेशान है खासतौर पर उन स्थानों में जा रहे हैं जहां पर आम आदमी परेशान है किसान कोशिश कर रहा है कि किसी तरह से उसके खेत बच जाए। और इसी दौरान महाराजपुर खुर्द विधानसभा लक्सर में घुटनों से ऊपर पानी में जलमग्न खेतों को देखते व किसानों से बातचीत करने के लिए हरीश रावत पहुंचे। हरीश रावत से किसानों ने अपनी पीड़ा सांझा की और बताया की स्थिति यह है की सैंकड़ों एकड़ जमीन महाराजपुर खुर्द, गंगदासपुर से लेकर के अगल बगल के क्षेत्रों जिनमे भोगपुर भी सम्मिलित है, किसानों के खेत पानी से डूबे पड़े है। बरसात के दस दिन बाद भी पानी की निकासी न होने के कारण फसलें बुरी तरह से नष्ट हो गई है ( धान, गन्ना, चारा, सब्जी) किसानों को कोई सहायता अभी तक भी नहीं मिली है, किसानों में भारी आक्रोश है।
इस दौरान हरीश रावत ने गंगदसपुर से लेकर बालावाली तक तटबंधों का भी निरीक्षण किया, उन्होंने जौरासी, रंसूरा क्षेत्र में फसलों को हुए नुकसान को भी देखा और टूटे हुए पुल का निरीक्षण कर किसानों व जनता से बातचीत की, हरीश रावत ने समस्त क्षेत्र को बाढ़ आपदा पीड़ित क्षेत्र घोषित करने तदनुरूप किसानों व प्रभावित लोगों को मुवावाजा देने की मांग की। रावत ने आपदा सहायता के मानकों को भी दुगुना लिए जाने की आवश्यकता बताई।