केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने चार सदस्यों की पर्यवेक्षक टीम बनाई…जिस टीम को लीड कांग्रेस के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल कर रहे थे… गणेश गोदियाल का नाम पर्यवेक्षकों की लिस्ट में बाद में जोड़ा गया…बताया जा रहा है कि गणेश गोदियाल और प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के बीच में मतभेद के चलते करन माहरा ने गणेश गोदियाल का नाम पर्यवेक्षकों की टीम में नहीं डाला था… वहीं जब कांग्रेस के अंदर से कई बड़े नेताओं ने इस पर ऐतराज जताया तो उसके बाद गणेश गोदियाल का नाम जोड़ा गया… वहीं गणेश गोदियाल ने अपनी टीम के साथ केदारनाथ विधानसभा में चुनाव की रणनीति और प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा की और उसके बाद गणेश गोदियाल ने केदारनाथ में चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशियों का पैनल बनाया… लेकिन गणेश गोदियाल और करन माहरा के बीच में सब कुछ सही नहीं चल रहा है यह बात तब और ज्यादा खुलकर सामने आ गई जब गणेश गोदियाल ने पैनल में जिन नामों को रखा उनकी लिस्ट प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को ना भेज कर सीधे दिल्ली हाईकमान को भेज दी… जिसके चलते एक बार फिर से कांग्रेस के अंदर मतभेद की खबरें खुलकर सामने आने लगा… वहीं जब गणेश गोदियाल से इसको लेकर पूछा गया कि आपने प्रत्याशियों के नाम सीधे दिल्ली हाईकमान को भेज दिए जबकि प्रदेश अध्यक्ष को आपने नाम नहीं भेजें.. जिसके जवाब में गणेश गोदियाल ने कहा कि मैंने यह बात पहले भी कह रखी है कि मेरी जहां से नियुक्ति हुई है रिपोर्ट भी उसी को भेजी जाती है… लोग कह रहे हैं कि मैने पैनल बनाकर भेजा है जबकि मैंने सिर्फ रिपोर्ट भेजी है…