कांग्रेस हाईकमान ने अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश को प्रदेश में होने जा रहे 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए, चुनाव मैनेजमेंट और समन्वय के लिए पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है।
यह मामला तब सामने आया जब कांग्रेस में कुछ घंटे पहले ही प्रदेश के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को उनके पदों से मुक्त कर दिया गया।
वही कुछ समय पहले प्रदेश प्रभारी के ऊपर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी सवाल खड़े किए थे। और यह माना जा रहा था कि जल्द ही प्रदेश में प्रदेश प्रभारी के साथ साथ कोई बड़ा नेता कांग्रेस हाईकमान से आएगा।
वही अब जाकर यह तय हो चुका है कि आलाकमान ने पर्यवेक्षक के तौर पर वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश को उत्तराखंड की एक जिम्मेदारी दे दी है।
मोहन प्रकाश के सामने अब कई बड़ी चुनौतियां भी होंगी क्योंकि कांग्रेस इस वक्त भी जब 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए बमुश्किल 1 माह का समय बचा है उस वक्त भी कांग्रेस कई गुटों में बैठे भी नजर आ रही है और उन्हें सभी को एक मंच पर लेकर आना होगा क्योंकि कांग्रेस लगातार यह दावे कर रही है कि वह प्रदेश की सत्ता में वापस लौट कर आ रही है।