दून मेडिकल कॉलेज के प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राएं पिछले लंबे समय से फीस कम करने की मांग को लेकर धरने पर डटे हुए हैं, कई बार उन्होंने कॉलेज परिसर में धरना दिया है तो कई बार कॉलेज परिसर के गेट के बाहर अपनी मांग को लेकर बैठ चुके हैं, स्टूडेंट ने पूरा प्रयास किया है कि किसी तरह से जो फीस बहुत ज्यादा बढ़ गई है उसे सरकार द्वारा कम कर दिया जाए। और वह लगातार प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य मंत्री से इसकी मांग कर रहे हैं। वही स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने मंगलवार को सचिवालय में चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स का शुल्क कम करने के लिए अन्य राज्यों का अध्ययन कर आगामी कैबिनेट में प्रस्ताव लाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता हो चुकी है जिसमें उन्होंने एमबीबीएस छात्रों के शुल्क को अन्य राज्यों के समान रखने पर सहमति दे दी है। जिस पर अंतिम निर्णय राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया जायेगा। इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों की आयु सीमा में संशोधन एवं पर्वतीय जनपदों में स्थित मेडिकल कॉलेजों की फैकल्टी को वहां पर तैनाती के दौरान विशेष भत्ता दिये जाने संबंधी प्रस्ताव भी कैबिनेट में लाने के निर्देश दिये। उन्होंने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा सी. रविशंकर को श्रीनगर, देहरादून एवं हल्द्वानी मेडिकल कॉलेजों का भ्रमण कर छात्रावासों में पेयजल एवं भोजन व्यवस्था तथा साफ-सफाई आदि का निरीक्षण करने के निर्देश दिये। साथ ही मेडिकल कॉलेजों में पुस्तकालयों को 12 से 14 घंटे खोले जाने, खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा कॉलेजों में खेल संबंधी सामाग्री उपलब्ध कराने के साथ ही वर्ष में एक बार अंतर महाविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित कराने के भी निर्देश दिये।