उत्तराखंड की तरक्की में जितना योगदान टूरिज्म का है, उतना भले किसी और का ना हो लेकिन खनन और शराब का भी उत्तराखंड की तरक्की में हमेशा से योगदान रहा है।
वैध खनन से जहां प्रदेश सरकार को अरबों का राजस्व मिलता है तो शराब से भी प्रदेश सरकार को बहुत अच्छी आमदनी होती है।
और यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार कहा था कि मैं शराब की दुकानों को बंद कर दूंगा बस मुझे यह बता दो कि मैं अपने कर्मचारियों को वेतन कैसे दूं।
वहीं राज्य सरकार ने अब ऐसे आबकारी अधिकारियों के वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं जो शराब की दुकानें नहीं खुलवा पाए।
राज्य सरकार ने शराब की दुकानें नहीं खुलवा पाने वाले अधिकारियों का वेतन रोक दिया है। मौजूदा वित्त वर्ष में शराब और बीयर की दुकाने ना खुलवा पाने वाले 5 जिलों के आबकारी अधिकारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही 3 दिन में स्पष्टीकरण देने के दिए गए हैं।