देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कई सवालों के जवाब भी दिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य था कांग्रेस के उन सवालों का जवाब देना जो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने उठाए थे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने एक आरटीआई का हवाला देते हुए कहा कि देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा की संपत्ति कई गुना बढ़ गई है, वह भी तब से जब से वह मेयर बने हैं। माहरा ने आरोप लगाया की सुनील उनियाल गामा की संपत्ति मेयर बनने से पहले डेढ़ से दो करोड़ की थी वही वह संपत्ति अब 50 करोड़ से भी ज्यादा की हो गई है l। आखिर उनके पास संपत्ति आई कहां से है।
जिसके बाद आज देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने उन्हीं सवालों का जवाब दिया। उन्होंने बताया कि सुनील उनियाल गामा बनने में सिर्फ इस संपत्ति का ही हाथ नही है। बल्कि जो मेहनत उन्होंने बचपन से की है उसकी वजह से आज वह सुनील उनियाल गामा बने हैं।
सुनील उनियाल गामा ने कहा
मैंने 18 साल की उम्र से काम शुरू किया , पान का खोखा चलाया, चाऊमीन बेची, वीडियो ग्राफी का काम किया, वीडियो लाइब्रेरी चलाई , ठेकेदारी की इसके बाद 2012 तक कुछ संपत्तियां हमने ली उनके अनुसार मेरी ठेकेदारी अच्छी चलती थी मैं B केटेगरी का ठेकेदार था लेकिन नगर निगम बनने के बाद मैंने निकाय में ठेकेदारी छोड़ दी उनके अनुसार मेयर बनने के बाद मैंने अपने तमाम लाइसेंस भी निरस्त करवा दिए। उन्होंने बताया की 2012 के बाद मैंने कुछ संपत्तियाँ खरीदी मैंने 2017 में अपने चुनावी घोषणा पत्र में ढाई करोड़ तक की संपत्तियां मैंने चुनावी घोषणा पत्र में दिखाई थी। उनमे से मैंने अपनी कई संपत्तियां बेची और संपत्तियों की दरें बढ़ी जिसका केवल मुझे ही नहीं सबको फायदा हुआ उनके अनुसार जब मैंने कुछ संपत्तियां बेची हैं, तो कुछ खरीदी भी हैं, उनके अनुसार मेरी पत्नी नौकरी करती है, मेरी बेटी लंदन में रहती है और वहां नौकरी करती है मेरा बेटा एम टेक है वो भी अपना काम करता है ऐसे में कोई मुझे कैसे कह सकता है कि मैं जमीन नहीं ले सकता।
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वही दरबार साहिब से जमीन लीज में लेने के मामले में भी मेयर गामा ने जवाब देते हुए साफ कहा कि मैंने 2012 में महंत जी को आवेदन किया कि मुझे भी एक छोटा सा टुकड़ा दुकान बनाने के लिए दे दें माननीय महंत जी ने किराए पर मुझे प्लॉट दिया ऐसे में उसे मेयर बनने के बाद से क्यों जोड़ा जा रहा है जबकि श्री गुरुराम राय से जुडी सम्पत्तियों का वाद अभी भी चल रहा है और उन्हें लगातार नोटिस दिया जा रहा है. मेयर सुनील उनियाल गामा ने किया साफ कि मेरा कोई पेट्रोल पंप भी नहीं हैमैंने सारी संपत्तियां घोषित की हुई हैं उनके अनुसार मेरी कोई बेनामी सम्पत्ति नहीं है मैंने अपनी सम्पत्तियों का खुलासा इनकम टैक्स में की हुई है तभी तो आप लोगों तक मेरी सम्पत्ति के कागज आएं है उनके अनुसार मैंने तो कुछ नहीं छिपाया उनके अनुसार मैंने 1 करोड़ 25 लाख का लोन भी मैंने लिया है।उनके अनुसार जिन्होंने मेरे खिलाफ़ ये षड्यंत्र रचा है उनके खिलाफ़ भी कार्रवाई करूंगा जो लोग मेरे खिलाफ षड्यंत्र कर रहें है उनका इतिहास भी आप लोग जानते भी है वो लोग क्या करते है और उनपर क्या मामले चल रहें है। पुरानी संपत्तियां बेचकर मैंने नई संपत्तियां खरीदी इसमें गलत क्या है। नगर निगम की संपत्तियों को किसी को नहीं बेचा जाएगा बल्कि नगर निगम की सम्पत्ति की रक्षा करने का काम किया है।