प्रदेश में जैसे ही मानसून ने दस्तक दे दी है और मानसून के आते ही पिछले 48 घंटों से प्रदेशभर में नॉनस्टॉप बरसात हो रही है। वहीं बरसात के मौसम में कई सारी बीमारियां होने का खतरा भी बन जाता है साथ ही आपदा जैसी स्थिति भी कभी भी सामने आ सकती है और ऐसी ही संभावित बीमारियों और खतरों को लेकर महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं।
महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिग के माध्यम से समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियो एंव मुख्य / प्रमुख चिकित्सा अधीक्षको को निर्देश दिये गये है कि मानसून सत्र के दौरान सभी अधिकारी / कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहे तथा मानसून सत्र के दौरान आने वाली आपदाओं से निपटने के लिये सभी चिकित्सालयों में औषधियो की पूर्ण व्यवस्था बनाये रखें।साथ ही जनपद के समस्त कार्यालयो में अधिकारियों / कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन मे लगाये जाने तथा समस्त चिकित्सालयो में सी०सी०टी०वी० कैमरे, एंव बायोमेट्रिक मशीने सूचारु रूप से कार्य किये जाने की पूर्ण सूचना उपलब्ध कराये जाने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारियो को निर्देश दिये गये तथा मानसून सीजन में होने वाले जल जनित रोगो की सम्भावना बढ जाती है जैसे मलेरिया, डेंगू, हैजा आदि। उक्त रोगो की रोकथाम सम्बन्धी व्यापक प्रचार-प्रसार आशाओं के माध्यम से घर घर जाकर कराये जाने के निर्देश दिये गये।