उत्तराखंड मैं पिछले लंबे समय से एक बात अक्सर सुनाई देती है कि एक महिला ने बच्चे को कभी जंगल में जन्म दे दिया तो कभी अस्पताल के बाथरूम वही यह बात भी अब कई बार सुनाई देती है जब नवजात बच्चे को प्लास्टिक के अंदर डालकर कचरे की पेटी में फेंक दिया चाहता है, या फिर भूखे कुत्तों के सामने छोड़ दिया जाता है। और एक बार फिर से एक ऐसा ही मामला देहरादून के जिला अस्पताल से जुड़ा हुआ सामने आया है। मामला उस वक्त का है जब जिला अस्पताल कोरोनेशन के शौचालय में नवजात शिशु का शव मिला, शव मिलने से हड़कंप मच गया। शव को फ्लश टैैंक में डाला गया था। शव को शिनाख्त के लिए शव गृह में रखा गया दून पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई हैं। वही जब अस्पताल के स्टाफ को बदबू आई तो किसी गड़बड़ी की आशंका पर शौचालय की हुई पड़ताल में देखा गया कि शौचालय के फ्लश टैैंक में एक नवजात का पड़ा मिला। शव डालनवाला कोतवाली के SSI महादेव उनियाल के अनुसार कुछ दिन पहले भर्ती हुई गर्भवती महिलाओं का रिकार्ड चेक किया जा रहा इसके अलावा हाल ही में एक गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई थी संबंधित महिला के परिवार से भी बात कर रहे हैं। संभवत: यह वही नवजात हो सकता है साथ ही पुलिस इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से भी फुटेज निकाली जा रहा वहीं उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल तो है ही लेकिन इस तरह के मामले आने अपने आप में गंभीर है अब सवाल उठता है कि क्या इस पर स्वास्थ्य विभाग संज्ञान लेगा या नही