देशभर में पिछले लंबे समय से एक बहस बहुत तेज चल रही है, वह राजनीति को लेकर है, कि युवाओं को राजनीति में ज्यादा से ज्यादा मौका देना चाहिए, और अब यहीं बात उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में भी उठने लगी है,लेकिन हरीश रावत ने आश्वासन दे दिया है की कठिन से कठिन सीटों पर भी युवाओं और को मौका मिलेगा, जिसके बाद पार्टी में युवा चेहरे मुस्कुराते नजर आ रहे हैं.
कुछ वक्त पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक बहुत बड़ा फैसला लिया था, और उनके इस फैसले का स्वागत बीजेपी ने भी किया था और उनका पूरा साथ दिया था और वो फैसला था 75 साल से ऊपर कि नेताओं को राजनीति से संन्यास लेना चाहिए। और बीजेपी ने इसे आगे भी बढ़ाया दूसरी तरफ कांग्रेस में भी अब यह सवाल खड़े होने लगे हैं कई नेता ऐसे हैं जो युवा हैं और मानते हैं कि अब युवाओं को प्रतिनिधित्व देने की जरूरत है. दूसरी तरफ खुद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कांग्रेस के युवा चेहरे हैं जिन पर बहुत कुछ कांग्रेस निर्भर करती है. और इसी वजह से कांग्रेस अब हर प्रदेश में युवाओं को मौका देने की बात करने लगी है. इसी के तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी कठिन से कठिन सीटों में भी युवाओं को और महिलाओं को मौका देंगे।
जहां हरीश रावत ने युवाओं की बात की तो उनके साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी युवाओं को मौका देने की बात कही है।
जैसे ही हरीश रावत ने यह बात कही और गणेश गोदियाल भी उनके साथ इस बात को दोहराने लगे, तो उत्तराखंड कांग्रेस में युवाओं के चेहरे भी खिल गए हैं और सभी उनकी इस बात का सम्मान कर रहे हैं. जहां महिलाएं भी लगातार ज्यादा से ज्यादा सीटों पर उनके प्रतिनिधित्व की बात करती रही है तो दूसरी तरफ युवा जो कि अपना भविष्य कांग्रेस में देख रहे हैं और वह चाहते हैं कि आने वाले समय में कांग्रेसी उन्हें भी चुनाव लड़ने का मौका दें वह सब ही खुश नजर आ रहे हैं।
वहीं कांग्रेस में पिछले दो दशक से अपनी सेवा देने वाले दीप बोरा जो कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता हैं उन्होंने कहा है की, हरीश रावत के इस बात का स्वागत कर रहे हैं लेकिन साथ ही वो कह रहे हैं की कहीं ये बात भी सिर्फ बयान ही ना रह जाए, 20 साल मुझे कांग्रेस में हो चुके हैं लेकिन आज तक मौका नही मिला. आज कई यंग महिलायें अपनी सेवा कांग्रेस को दे रही हैं वो चाहती हैं की आगे आएं उत्तराखंड में लेकिन ये सिर्फ कहने से नही बल्कि करने से होगा.
दुनियांभर में आज भारत सबसे युवा देश बन चुका है, यहां पर हर तीसरा व्यक्ति आज युवा है, और ऐसे में राजनीतिक दलों को भी युवा प्रतिनिधित्व की जरूरत है. और कांग्रेस जो इस वक्त कई प्रदेश के साथ साथ उत्तराखंड में भी अपने आप को दोबारा सत्ता में लाने की कोशिश कर रही है तो ऐसे में युवा चेहरे उनके लिए संजीवनी का काम कर सकते हैं.बस जरूरत है उन्हें मौका देने की.