उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार प्रदेश सरकार पर निशाना साध रहे हैं क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए अब सिर्फ कुछ ही वक्त बचा है तो हरीश रावत जानते हैं कि इस बार बड़ा मुद्दा बेरोजगारी रहने वाला है और इसी को लेकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट पर एक लंबा पोस्ट डाला है जिसमें उन्होंने भाजपा के साथ ही प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल पर भी निशाना साधा है।
हरीश रावत ने अपनी पोस्ट में लिखा है
एक #रामलीला में रावण का पात्र कहता फिरता था “राम नाम जपना, दूसरों का माल अपना”। हमारे कुछ आदरणीय मंत्रीगण रावण के कथानक पर आचरण कर रहे हैं, यह इनका जीवन दर्शन है। कांग्रेस के कार्यकाल में जिन पदों के सृजन की प्रक्रिया प्रारंभ हुई, पद सृजित हुए, अधियाचन जारी हुए और कई पदों में परीक्षाएं भी हुई, उन सबको अपने आंकड़ों में सम्मिलित करवाकर कुछ भाजपाई बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। मैं, भाजपाइयों से कहना चाहूंगा कि उनके एक मुख्यमंत्री जी ने 7 लाख नौकरियां दे दी हैं इसकी घोषणा की और भाजपा के माननीय प्रदेश अध्यक्ष जी ने साढे़ 7 लाख का आंकड़ा बताया, इनके दूसरे माननीय #मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बस 24 हजार नियुक्तियां हो रही हैं और तब से वो नियुक्तियां होने में ही हैं, अब इनके आदरणीय #मंत्रीगण विरोधाभासी बयान दे रहे हैं, तो भाजपा पहले अपने आंकड़े दुरुस्त कर ले और उसके बाद मुझे चुनौती दे। #भाजपा के माननीय मंत्रीगणों को यह समझना चाहिए कि वो उत्तराखंड के नौजवानों के गुनाहगार हैं, पद रिक्त होने के बावजूद भी उन पदों को न भरने के अभियुक्त हैं और इन्हें ध्यान रखना चाहिए कि मेरे लिए भगवा वस्त्र और कमंडल लेकर चलने के चक्कर में कहीं खुद ही बण्डल न हो जाओ।