दुनिया भर में इस समय कोल संकट बढ़ता जा रहा है, स्थिति यह है कि कोयले की कमी की वजह से धीरे-धीरे देश ब्लैकआउट की तरफ बढ़ रहे हैं. और दुनिया के 2 सबसे बड़े देश चाइना और भारत की स्थिति इस समय कोयले को वजह से काफी गंभीर है, जहां कोयले की कमी की वजह से अब भारत में भी बिजली लोगों के घरों तक पहुंचने में देरी कर रही है. तो दूसरी तरफ यह संकट और गहराता जा रहा है, और अब उत्तराखंड भी इसकी जद में आने लगा है. उत्तराखंड में भी अब जितनी बिजली चाहिए वह बिजली नहीं मिल रही है और इस वजह से गांव के क्षेत्रों में तो बिजली कुछ दिनों में कम दी ही जा रही थी, तो अब धीरे-धीरे अब यह स्थिति प्रदेश के शहरों में भी देखने को मिलने वाली है. जब हम उत्तराखंड की बात करते तो अभी तक 41 मिलियन यूनिट बिजली की मांग प्रदेश में है जबकि अभी की बात करें तो 35 से 37 मिले यूनिट ही बिजली उत्तराखंड को मिल पा रही है. इस वजह से आने वाले दिनों में स्थिति और ज्यादा गंभीर होने वाली है।