डंपिंग जोन को विकसित करने के लिए शीघ्र बनाएं एक्शन प्लान: महाराज
रोप-वे की प्रगति को लेकर भी हुआ मंथन
प्रदेश के पर्यटन कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम परियोजना के दौरान बनाए गए डंपिंग जोन को जन सुविधाओं के लिए उपयोग में लाए जाने और रोपवे के निर्माण को लेकर लोक निर्माण विभाग , वन विभाग और पर्यटन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली… बैठक में सतपाल महाराज ने प्रमुख अभियंता, लोक निर्माण विभाग और पर्यटन एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की, सतपाल महाराज ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि चार धाम परियोजना के अंतर्गत बने सभी डंपिंग जोनों को पर्यटकों की सुविधाओं के अनुरूप विकसित किया जाए। डंपिंग जोन के तहत जितने स्थान चिन्हित किए गए उन सभी स्थानों का उपयोग कैरावन, पार्किंग, शौचालय, रेस्ट हाउस एवं रेस्टोरेंट्स आदि गतिविधियों के उपयोग में लाई जाए। सतपाल महाराज ने बताया की चारधाम परियोजना के अंतर्गत 889 किमी के दायरे में यात्रा मार्ग पर कुल 350 डम्पिंग जोन हैं। पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए जाने हेतु 54 डम्पिंग जोन जिनका कुल क्षेत्रफल 125 बीघा है चिन्हित किये गये हैं साथ ही ऋषिकेश से माणा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-58 पर 06 डंपिंग जोन, रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-109 पर 05 डंपिंग जोन, टनकपुर से पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 पर 30 डंपिंग जोन, ऋषिकेश से धरासू राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-94 पर 03 डंपिंग जोन, धरासू से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-94 पर कुल 10 डंपिंग जोन जबकि धरासू से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-108 पर 01 डंपिंग जोन उपलब्ध है।